जब दुश्मनों का डर हो - Learn Quran Basics: जब दुश्मनों का डर हो यह पढ़ें: अल्लाहुम-म इन्ना नज्अलु-क फ़ी नुहूरि-हिम व न उज़ु बि-क मिन शुरूरिहिम० तर्जुमा- ऐ अल्लाह! हम तुझे इन (दुश्मनों) के सीनों में (तसर्रुफ़ करने वाला) बनाते हैं और उनकी शरारतों से तेरी पनाह चाहते हैं। -अबू दाऊद शरीफ़